Home Sem Mukhem
सेम मुखेम, गंगू रमौल और सिदुआ-बिदुआ की कथा
Posted By: Girish Lohanion:
उत्तरकाशी का टकनौर परगना जो जान्हवीं औरभागीरथी नदियों का जलागम प्रदेश रहा. वारागड़ी पट्टी इलाके तक फैला. साथ ही जिसमें कठूड़ पट्टी भी शामिल थी और प्रताप नगर भी. पहाड़ के इस अधिपति की बा... Read more
सेम मुखेम गांव के पहाड़ों की आवाज
Posted By: Girish Lohanion:
टिहरी गढ़वाल प्रतापनगर तहसील के सेम मुखेम गांव की कहानी जो पलायन के चलते आधे से ज्यादा खाली हो गया है, और हो रहा है. अगर पहाड़ बोल पाते तो वो कुछ इस तरह बोलते : इस बार फिर मंगशीर (नवंबर) आये... Read more
गंगू रमौल और सेम मुखेम के नागराजा श्रीकृष्ण
Posted By: Kafal Treeon:
गढ़वाल की प्रचलित लोकगाथाओं के अनुसार गंगू रमौल टिहरी जनपद में स्थित सेम-मुखीम क्षेत्र के मौल्यागढ़ (रमोलगढ़) का रहनेवाला एक नागवंशी सामंत था. इसका सम्बन्ध भगवान् श्रीकृष्ण से जोड़ा जाता है जिसक... Read more
Popular Posts
- बिश्नु : पहाड़ की कहानी
- उत्तराखंड की सड़कों पर बॉबी कटारिया की दादागिरी
- अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को दिलाया गोल्ड मेडल
- ऐसे होती है पारम्परिक कुमाऊनी शादी
- सावन के आखिरी सोमवार पर जागेश्वर धाम की तस्वीरें
- ‘कल्पेश्वर महादेव’ जहां भगवान शिव के जटा रूप की पूजा होती है
- संगज्यु और मित्ज्यु : कुमाऊं में दोस्ती की अनूठी परम्परा
- कॉमनवेल्थ गेम्स में छाई उत्तराखंड की स्नेह राणा
- आदमखोर बाघ और यात्री : पहाड़ी लोककथा
- तीसमारखां : नवीन सागर की कहानी
- पहाड़ की मत्स्य नीति
- आज वीरेन डंगवाल का जन्मदिन है
- नेटफ्लिक्स में उत्तराखंड के पारम्परिक गहने
- विद्यासागर नौटियाल की कहानी ‘जंगलात के सरोले’
- जब टार्च जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा थी
- निर्मल वर्मा की कहानी ‘परिंदे’
- हरसिल की यात्रा
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: सारा जमाना ले के साथ चले
- नैनीताल में पहला डोसा और छुरी-काँटा
- परमात्मा का कुत्ता: सरकारी दफ्तरों का सच कहती कहानी
- रोपाई से जुड़ी परम्पराओं पर एक महत्वपूर्ण लेख
- सामाजिक सरोकारों से सरोकार रखने वाले डॉ. दीवान नगरकोटी नहीं रहे
- चालाक सियार: पहाड़ी लोककथा
- स्व. बी डी पाण्डे की आत्मकथा ‘इन द सर्विस ऑफ़ फ्री इंडिया’
- अल्मोड़े के बच्चों से जुड़ी इस ख़बर पर आपको भी नाज़ होगा