पिंडारी से पार पहुँचता महानगरों का उत्सर्जन : एक जोखिम भरी यात्रा का लंबा रोमांचक वृत्तान्त
विगत 9 सितंबर को भारतीय पर्वतारोहण से मिस्टर पाणिग्रही का फोन आया, बताने लगे कि आगामी 14 सितंबर से 5 अक्टूबर तक चलने वाले हाई अल्टिट्यूड पिंडारी – मिलम ग्लेशियर क्षेत्र में चलने वाले ख... Read more
इतना ख़स्ताहाल कभी न था पिंडारी ग्लेशियर का रास्ता
अभी 20 जून को पिंडारी ग्लेशियर के ट्रैक पर गया तो रास्तों के हाल देख लगा कि नेता, ठेकेदार, प्रशासन को जनता और पर्यटकों की परेशानी से कुछ भी लेना-देना नहीं है. 2013 की आपदा उनके लिए आज तक भी... Read more
जिद थी और हम पहुंच गए पिंडारी ग्लेशियर
सपना पूरा होने जैसा था पिंडारी ग्लेशियर का सफर 25 नवंबर 2018 को देर शाम करीब छह बजे मुझे एक दोस्त का फोन आया. दोस्त ने फोन उठते ही कहा, बागेश्वर (Bageshwar) जिले में पिंडारी ग्लेशियर (Pindar... Read more
लोहारखेत गाँव से कुछ तस्वीरें
कुमाऊं मण्डल के बागेश्वर जिले की कपकोट तहसील का एक गाँव है लोहारखेत. ये गाँव पिंडारी, कफनी और सुन्दरढूँगा ग्लेशियरों के रास्ते का एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी है. खड़किया तक रोड बनने से पहले लोहारखे... Read more
Popular Posts
- ‘पत्थर और पानी’ एक यात्री की बचपन की ओर यात्रा
- पहाड़ में बसंत और एक सर्वहारा पेड़ की कथा व्यथा
- पर्यावरण का नाश करके दिया पृथ्वी बचाने का संदेश
- ‘भिटौली’ छापरी से ऑनलाइन तक
- उत्तराखण्ड के मतदाताओं की इतनी निराशा के मायने
- नैनीताल के अजब-गजब चुनावी किरदार
- आधुनिक युग की सबसे बड़ी बीमारी
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : दिशाएं देखो रंग भरी, चमक भरी उमंग भरी
- स्याल्दे कौतिक की रंगत : फोटो निबंध
- कहानी: सूरज के डूबने से पहले
- कहानी: माँ पेड़ से ज़्यादा मज़बूत होती है
- कहानी: कलकत्ते में एक रात
- “जलवायु संकट सांस्कृतिक संकट है” अमिताव घोष
- होली में पहाड़ी आमाओं का जोश देखने लायक होता है
- पहाड़ की होली और होल्यारों की रंग भरी यादें
- नैनीताल ने मुझे मेरी डायरी के सबसे यादगार किस्से दिए
- कहानी : साहब बहुत साहसी थे
- “चांचरी” की रचनाओं के साथ कहानीकार जीवन पंत
- आज फूलदेई है
- कहानी : मोक्ष
- वीमेन ऑफ़ मुनस्यारी : महिलाओं को समर्पित फ़िल्म
- मशकबीन: विदेशी मूल का नया लोकवाद्य
- एक थी सुरेखा
- पहाड़ी जगहों पर चाय नहीं पी या मैगी नहीं खाई तो
- भाबर नि जौंला: प्रवास-पलायन का प्रभावी प्रतिरोध