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शैलेश मटियानी की कहानी ‘कठफोड़वा’
Posted By: Kafal Treeon:
पूरे दो वर्षों के अंतराल पर आज चंदन का तिलक माथे पर लगाया धरणीधरजी ने, तो लगा, किसी तपे तवे पर ठंडे पानी की एक बूंद लुढ़का दी है. थोड़ी देर तक उन्हें अपने माथे के इर्द-गिर्द ही नहीं, बल्कि भ... Read more
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