यदि आपसे पूछा जाए कि एक नदी की स्वाभाविक प्रकृति क्या है? तो निश्चित ही आपका जवाब होगा-अपने तयशुदा मार्ग पर बहना और निरंतर आगे बढ़ते रहना. हमने नदियों को हमेशा इसी रूप में देखा है. उत्तराखंड... Read more
औली: हमारा अपना स्विटजरलैंड
चारों तरफ सफेद बर्फ की चादर से ढँकी पर्वत श्रृंखलाएँ. रोपवे पर लगातार आती-जाती ट्रॉलियाँ. पहाड़ों के बीच बर्फ से ढके छोटे से मैदान में बनी एक कृत्रिम झील. झील के चारों ओर विचरण करते सैलानी.... Read more
जलियांवाला बाग़ नरसंहार का बदला लेने वाले क्रांतिकारी उधम सिंह का जन्मदिन है आज
ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में स्थित एक जिला है जो 1995 से पूर्व नैनीताल जिले का ही हिस्सा हुआ करता था. अक्टूबर 1995 में मायावती सरकार ने नैनीताल से तराई क्षेत्र को अलग कर एक नय... Read more
किसानी और बूबू का अनुभव
बूबू (दादा जी) की उम्र नब्बे पार कर चुकी है. इस देश की आजादी की उम्र से ज्यादा बूबू को जिंदगी का अनुभव है. देश की आजादी से लेकर इंदिरा गाँधी की इमरजेंसी व राजीव गाँधी की हत्या से लेकर उत्तरा... Read more
केदारनाथ पुनर्निर्माण पर जमीनी रपट
16 नवम्बर 2020 को केदारनाथ धाम के कपाट यात्रियों के लिए बंद हो गए व केदार बाबा की डोली को उनके शीतकालीन निवास ऊखीमठ के लिए धूमधाम के साथ रवाना कर दिया गया. कोरोना महामारी के चलते इस बार यात्... Read more
धारी देवी मंदिर
पिछले एक महीने में अपने शोध कार्य को लेकर केदारनाथ की यह मेरी दूसरी यात्रा थी. हर बार की तरह इस बार भी सोन प्रयाग तक की यात्रा बाइक से व गौरीकुंड से केदारनाथ तक की यात्रा पैदल तय की गई. बाइक... Read more
न्यू नॉर्मल में केदारनाथ की यात्रा
यूँ तो पिछले तीन वर्षों से अपने शोध कार्य को लेकर मैं लगातार केदारनाथ जाता रहा हूँ लेकिन इस साल की यात्रा बीते वर्षों से कई मायनों में अलग थी. कोरोना महामारी के बीच केदारनाथ धाम तय तारीख पर... Read more
वर्तमान समय में प्रेमचंद की कहानियों को लेकर एक तीखी बहस तब छिड़ गई जब हंस पत्रिका के एक बड़े संपादक ने भावावेश में आकर प्रेमचंद की कुछ कहानियों को छोड़कर बाक़ी सब को कूड़ा कह दिया. इस... Read more
प्रकृति सावन के इस मौसम में अपने अप्रतिम रूप में है. चारों तरफ सिर्फ हरियाली ही हरियाली नजर आ रही है. पहाड़ों में कुदरत की इस छटा को महसूस करना एक अलग ही अनुभव देता है. श्रीनगर शहर गढ़वाल मण... Read more
फौजी बेटे के लिए आमा की बेचैनी और प्यार
आज संचार क्रांति ने दूरियों को बहुत कम कर दिया है. सिर्फ नंबर डायल कीजिये और हजारों किलोमीटर दूर बैठे किसी अपने से वॉइस या वीडियो कॉल पर बात कर लीजिये. आज किसी की खैरियत जानने के लिए आपको चि... Read more
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