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हिमालयी विकास का ढाँचा – अनिल प्रकाश जोशी हिमालय को समझने की भूल शुरुआती दौर से ही हो चुकी है. इसे पहाड़, पानी, वनों का ही हिस्सा समझते हुए व्यवहार किया गया, जबकि हिमालय वेद पुराण के अ... Read more
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