यह सुनकर एकबारगी यकीन नहीं हुआ कि मोहब्बत के शायर राहत इन्दौरी दुनिया से रुख़सत हो गये. तकरीबन आधी सदी तक दिलों पर राज़ करने वाले अत्यंत मुखर, प्रेमी और अभिभावक की भूमिका में प्राय: आगाह करने की जिम्मेदारी से लबरेज़ शायर का यूँ जाना अत्यंत दु:खद है.(... Read more
मुंशी प्रेमचंद जयंती (31 जुलाई) पर विशेष Remembering Munshi Prem Chand on his Anniversary वर्तमान परिदृश्य में यदि नीति- नियन्ताओं की मानें तो भारत कई दृष्टि से मजबूत व ऐतिहासिक फैसले लेने में समर्थ तथा वैश्विक पटल पर इन दिनों चर्चित देशों में... Read more
हिंदी कहानी की यात्रा को जानने-समझने के लिए एक महत्वपूर्ण किताब -चिंतामणि जोशी इसमें दो राय नहीं कि कहानी हिंदी ही नहीं विश्व साहित्य की ऐसी केंद्रीय विधा है जो अधिसंख्य पाठकों को सर्वाधिक आकर्षित, रोमांचित, संवेदित एवं प्रेरित करती है. वस्तुतः सर्वा... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 54 (Column by Gayatree Arya 54)पिछली किस्त का लिंक: ज्यादातर औरतें आदमी की सेक्स और पेट की भूख शांत करने में ही जीवन खपा देती हैं इस वक्त तुम नींद में मुस्कुरा रहे हो. तुम्हें मुस्कुराते हुए देखना, अपार दौलत का स्वामी... Read more
मेरे दार्शनिक बाबूजी कहते थे, जिंदगी में सुखी रहोगे अगर ये अंदर बिठा लो ‘ये भी न रहेगा’. इस सूत्र ने मुझे सुख में उछलने न दिया. दुःख मिला तो काढ़ा बना कर इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए पी लिया. रोज सपने का जागृत संसार जीते हम कभी कन्फ्यूजिया... Read more
वह लड़का, मेरा दोस्त, आज उम्र के 75 वें पायदान पर कदम रख रहा है. Deven Mewari Remembers Student Days of Batrohi वह 1962 का वर्ष था जब मैं ओखलकांडा से ददा के साथ आगे पढ़ने के लिए नैनीताल पहुंचा था. बी.एससी. में मेरा एडमिशन कराने के बाद ददा लौट गए. मैं... Read more
पहाड़ की चोटी पर बसे अपने गांव में शीत ऋतु से सामना बचपन में ही हो चुका था. सर्दियां शुरू होतीं और सुबह-शाम ठंड से शरीर कंपकंपाने लगता, दांत किटकिटाने लगते. ठंडी सूखी हवा से होंठ फट जाते. सुबह-सवेरे खेतों की मेंड़ और कच्चे रास्तों-पगडंडियों में फैली... Read more
पापमुक्ति – –शैलेश मटियानी Paap Mukti Story Shailesh Matiyani घी-संक्रांति के त्यौहार में अब सिर्फ दो ही दिन शेष रह गए हैं और त्यौहार निबटते ही ललिता अपने घर, यानी अपनी बड़ी दीदी नंदी के मायके को लौट जाएगी – लेकिन इस बार का उसका लौट... Read more
कायनात की तमाम साज़िशों के बावजूद गणित’ज्ञ’ नहीं हो सके हम. ‘क’ पर ही निपट लिया मामला. उतनी ही गणित सीख सके जितनी बाज़ार से सौदा सुलुफ लाने में काम आ सके. आज भी कोई बच्चा अगर किताब लिए हमारी तरफ बढ़ता है तो नास्तिक मन भी प्रार... Read more
देश में आयुर्वेद और योग की सबसे बड़ी कम्पनी पतंजलि योग पीठ के महामन्त्री बालकृष्ण की बीमारी का रहस्य एक हफ्ते बाद भी बरकरार है. रहस्य इस मामले में कि उनके बीमार होने को विषाक्त मिठाई खाने से जोड़ा जा रहा था, पर अभी तक इस बारे में योगपीठ की ओर से न तो... Read more