हास्य की दुनिया का बेजोड़ बादशाह मिस्टर बीन
अपनी बचकानी शरारतों, शारीरिक अंगों के अजीब-ओ-गरीब हरक़त और अस्पष्ट संवादों के साथ कॉमेडी फिल्मों के माध्यम से हंसी पैदा करने वाले रोवन एटकिंसन का चेहरा ‘मिस्टर बीन’ के नाम से ही प... Read more
मथुरा के जमुनापार ने बनाया अपना सिनेमा
[दिल्ली में रहनेवाले संजय जोशी की जड़ें पहाड़ों में बहुत गहरे धंसी हुई हैं. वे नामचीन्ह लेखक शेखर जोशी के योग्य पुत्र हैं और पिछले तकरीबन दो दशकों से बेहतर सिनेमा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयत... Read more
चुनने की स्वतंत्रता या मजबूरी और अतीत के उलझे धागे
आशीष ठाकुर आशीष मूलतः मध्यप्रदेश के निवासी हैं.फिलहाल पिछले 15 वर्षों से मुंबई में रहते हैं. पहले एडवरटाइजिंग, फिर टेलीविज़न और अब फ्रीलांसिंग करते हुए मीडिया से जुड़े हुए हैं. फिल्मो... Read more
गीतकार शैलेन्द्र को याद करने का दिन है आज
30 अगस्त 1923 को रावलपिंडी में जन्मे थे गीतकार शंकर शैलेन्द्र. उनका मूल गांव धुसपुर बिहार के आरा जिले में पड़ता है. उनके पिता केसरीलाल राव रावलपिन्डी के ब्रिटिश मिलिट्री हस्पताल में ठेकेदारी... Read more
टोबा टेक सिंह : पागलों के बटवारे की कहानी
सआदत हसन मंटो की कहानियां लिखे जाते समय जितनी विवादित हुई उतनी ही चर्चित आज भी हैं. उनकी हर कहानी समाज की कड़ुवी सच्चाई को बेपर्दा करती है. भारत-पाकिस्तान बंटवारे को मंटो ने नजदीक से देखा और... Read more
इस फिल्म के बाद माराडोना ने कहा था निर्देशक ने मुझे सिखाया कि किसे कितनी इज़्ज़त दी जानी चाहिये
सुर्ख़ियों में बने रहना दिएगो मारादोना की फ़ितरत का हिस्सा रहा है. चाहे 1986 के फ़ुटबॉल विश्वकप के क्वार्टर फ़ाइनल में इंग्लैण्ड के खिलाफ़ ‘हैण्ड ऑफ़ गॉड’ वाला गोल हो, चाहे पेले को लेक... Read more
दुःख का रंग भी सुनहरा होता है –द स्ट्रेट स्टोरी
आशीष ठाकुर आशीष मूलतः मध्यप्रदेश के निवासी हैं.फिलहाल पिछले 15 वर्षों से मुंबई में रहते हैं. पहले एडवरटाइजिंग, फिर टेलीविज़न और अब फ्रीलांसिंग करते हुए मीडिया से जुड़े हुए हैं. फिल्मो... Read more
आशीष ठाकुर आशीष मूलतः मध्यप्रदेश के निवासी हैं.फिलहाल पिछले 15 वर्षों से मुंबई में रहते हैं. पहले एडवरटाइजिंग, फिर टेलीविज़न और अब फ्रीलांसिंग करते हुए मीडिया से जुड़े हुए हैं. फिल्मो... Read more
अमूमन कहानियां तीन तरह से कही जाती हैं. पहला तरीका, सत्य घटनाओं का अपनी दृष्टि के मद्देनजर सीधा सच्चा बयान. दूसरा, आद्यांत कपोल कल्पना. तीसरा, सत्य घटनाओं से कुछ हिस्से उठाकर उसे समाजपयोग के... Read more
अब मुझे दर्द की असली फितरत का पता चला – इरफ़ान खान
फिल्म अभिनेता इरफ़ान खान ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा में अपने लिए एक अलग स्थान बनाया है. वे हमारे उपमहाद्वीप के सबसे प्रतिभावान और वर्सेटाइल कलाकार हैं. दुर्भाग्यवश कुछ दिन पूर्व उन... Read more