अगर आप बर्तन धोने जैसे नियमित काम को करते हुए भी अपनी सांस पर ध्यान दे सकते हैं, तो समझिए कि आपने जीवन के सार को पा लिया. ऐसा कहना था वियतनामी बौद्ध भिक्षु थिच नात हन का, जिनका 95 वर्ष की आय... Read more
हम कुछ ऐसी गलतफहमियों का शिकार हैं कि उनके चलते हर कदम पर गलतियां दोहराते जाते हैं और हैरान होते हैं कि इतनी मेहनत के बावजूद हमारा जीवन पटरी पर क्यों नहीं आ रहा. भारतीय जनता की सोच में आध्या... Read more
समझिए जरा, श्री श्री रविशंकर भी जिम क्यों जाते हैं
चार दिन पहले श्री श्री रविशंकर के अनूठे भक्त, स्वयं भी तेजस्वी व्यक्तित्व के धनी और उतने ही ओजस्वी वक्ता ऋषि नित्यप्रज्ञा का कोविड से देहांत हो गया. संयोग से मैंने अपने कुछ मित्रों के साथ उस... Read more
बेहतर जीवन के लिए 2022 में लें ये 22 संकल्प
नया साल आपके दरवाजे पर दस्तक देने को है, लेकिन इधर कोरोना का एक नया स्वरूप ओमिक्रॉन भी सामने है. हालांकि अभी नए वेरिएंट ने सिर्फ भयभीत ही किया है, कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है. तमाम विषम परिस... Read more
भिखारी राजा और दयालु युवक: एक प्रेरक कथा
एक बार की बात है प्राचीन भारत के एक राज्य में एक बहुत नेकदिल राजा राज करता था. उस राजा की कोई संतान न थी जिसे कि वह अपना उत्तराधिकारी बनाता. राजा बूढ़ा होता जा रहा था. वह एक सुयोग्य उत्तराधि... Read more
ये लीजिए आपके लिए हेल्थ इन्वेस्टमेंट प्लान!
इन दिनों लगभग हर व्यक्ति ने कोई न कोई एसआईपी (SIP) यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान लिया हुआ है. हर बैंक और वित्तीय संस्थानों के अपने-अपने प्लान है. आदमी सारी गणनाओं के बाद कि उसे कहां से... Read more
खुशी के पीछे भागो, पैसों के पीछे नहीं
जीवन में पैसों की जरूरत पर एक अंग्रेजी का लेख पढ़ रहा था – द नथिंगनेस ऑफ मनी. इस लेख की शुरुआत एक पहेली से की गई है. पहेली कुछ यूं है – अमीरों को वह चाहिए होता है. गरीबों के पास वह होता है.... Read more
आदतें बनाएंगी तुम्हें अपने नसीब का शहंशाह
इस बात को समझिए कि अगर आप रोज एक पेज लिखेंगे, तो एक दिन आप बड़े लेखक बन जाएंगे. अगर रोज एक घंटा गाने का रियाज करेंगे, तो एक गायक बन जाएंगे. रोज एक घंटा दौड़ने का अभ्यास करेंगे, तो एक धावक बन... Read more
जंगल का राजा शेर क्यों, कभी सोचा?
यह तथ्य निर्विवाद है कि जंगल का राजा शेर होता है. हमने इसे एक तथ्य, एक सत्य इसलिए माना, क्योंकि सभी ने शेर को राजा जैसा बर्ताव करते ही देखा. ताकतवर, निडर, साहसी और अपनी मर्जी का मालिक. लेकिन... Read more
थोड़ा धीमा दौड़ो, तो थोड़ा लंबा जाओगे
मैं पिछले दस साल से मैराथन दौड़ रहा हूं. मैंने यह शुरुआत जनवरी, 2012 में स्टैंडर्ड चार्टर्ड मुंबई मैराथन कहलाने वाली फुल मैराथन से की थी. मैराथन दौड़ने की जहां तक बात है, तो ज्यादातर होता यह... Read more