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18 Comments

  1. Anonymous

    आज की राजनीति और राजनेताओं पर सटीक व्यंग्य।

  2. Anonymous

    खंभे पर चड़कर शुभकामनाएं देते भाई साहब” व्यंग वर्तमान समय की पोस्टर राजनीति पर करारा कटाक्ष है।
    श्री दिनेश कर्नाटक जी के व्यंग के विषय आजकल के ज्वलंत समस्याओं पर हैं। सधे और कम शब्दों में समाज की विभिन्न समस्याओं को व्यंग के माध्यम से सामने लाने का अच्छा प्रयास है।

  3. डॉ चन्द्र शेखर पाटनी

    खंभे पर चड़कर शुभकामनाएं देते भाई साहब” व्यंग वर्तमान समय की पोस्टर राजनीति पर करारा कटाक्ष है।
    श्री दिनेश कर्नाटक जी के व्यंग के विषय आजकल के ज्वलंत समस्याओं पर हैं। सधे और कम शब्दों में समाज की विभिन्न समस्याओं को व्यंग के माध्यम से सामने लाने का अच्छा प्रयास है।

  4. डॉ अनुपम आनन्द

    आपकी व्यंग्य शैली बेजोड़ है।आजकल के भाई साहबों के सामाजिक,वैचारिक और आंतरिक खोखले पन का सटीक चित्रण।
    पहले भाई साहब लोग चौराहों व चाय की दुकानों पर चार छह चमचो के साथ दिखाई पड़ जाते थे किंतु चौराहों का चौड़ीकरण हों जाने से वह अड्डा छिन गया,तो भाईसाहब लोग अपना राजनैतिक भविष्य स्वर्णिम बनाने के लिए चौड़े चौराहों के ऊंचे खम्भो पर विराजमान हो गए है।
    घोर सामाजिक,सांस्कृतिक गरीबी।जाने कहाँ जाने वाले है हम????????।

  5. Anonymous

    बहुत खूब।सटीक व्यंग्य।

  6. Anonymous

    भाई साहब इतने शानदार है कि दो तीन त्यौहार भी एक साथ निबटा देने वाले ठैरे।।

  7. Anonymous

    वाह क्या बात है sir शानदार

  8. Prakash

    कितने बेबकूफ रहे होंगे पुराने नेता——–।भाई साहब के लिये राजनीति सेवा नही रोजगार है—–। बहुत खूब । समय व सन्दर्भ के साथ पूरा इंसाफ । बेहतरीन पकड़ के साथ लिखा गया है । थोडी शरद जोशी की याद आ गयी ।मैं किसी को किसी के समकक्ष नही रख रहा हूँ ।बीमारी तो पूरे समाज मे नजर आती है।पतन तो नेता व वोटर दोनो मैं नजर आता है ।हम भी कितनी ही क्रांतिकारी सोच क्यो न रखे अपनी हिस्सेदारी से बच नही सकते । जिम्मेदारी लेने वाले तो गिने चुने है । मुझे लगता है आपको बधाई मीडियम पेशर से गुगली गेंदबाज बननेकी दी जानी चाहिए ।

  9. Anonymous

    Very nice comment

  10. दिनेश कर्नाटक

    आप की उत्साहवर्द्धक टिप्पणियों के लिए आभार

  11. Anonymous

    बहुत ही शानदार। कर्नाटक जी वर्तमान में जो राजनीति हमारे समाज में चल रही है उसका असली रूप आपने अपनी लेखनी से मजबूत तरीके से दर्शाया है। में आपकी लेखनी को नमन करता हूँ।

  12. Anonymous

    बहुत ही करारा कटाक्ष…बहुत खूब कर्नाटक जी…
    ये अपने नेता लोग तो चिकने घड़े है…
    हाथ आने वाले नहीं हैं…???

  13. Anonymous

    Wah gajab ka vyang hai bhai sahab….. Maja aa gaya

  14. Anonymous

    Kamal का stambh likha hai bhai sahab, bdhai

  15. Anonymous

    भाई साहब स्टीक और एकदम नवाचारी । बधाई
    सोहन majila

  16. Anonymous

    यथार्थ। वर्तमान राजनीतिग्यो का सटीक चित्रण..।

  17. Anonymous

    काफ़ल ट्री ब्लाग में दिनेश जी का कालम भाई साहब कमाल है।देश-समाज की तीखी पड़ताल।दिनेश जी के लेखन की रैंज़ व्यापक है।उपन्यास,कहानी रचने में तो वह कमाल है हीं;यह नवाचारी प्रयास है।काफल ट्री कबाड़ख़ाने की कमी पूरी करेगा।यह ब्लाग उम्मीद ज़गाता।

  18. Anonymous

    काबिले तारीफ़। सारगर्भित , संक्षिप्त पर सटीक।

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