अक्टूबर जैसा अक्टूबर आया ही नहीं इस बार पहाड़ों में
Posted By: Kafal Treeon:
पहाड़ों में पर्यटन का दूसरा बड़ा सीजन होता है अक्टूबर सीजन. एक ज़माने में इस दौरान आने वाले बंगालियों की बड़ी संख्या के कारण इसे बंगाली सीजन कहे जाने की शुरुआत हुई. बंगाल में इस दौरान चल रही दुर... Read more
प्रदूषण नियंत्रण में लापरवाही बरतने से उत्तराखण्ड निवासियों की औसत आयु दो से छः साल कम हुई
Posted By: Kafal Treeon:
शिकागो विश्वविद्यालय, अमेरिका की शोध संस्था ‘एपिक’ (Energy Policy Institute at the University of Chicago-EPIC) द्वारा तैयार ‘वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक’ (Air Quality Life Index – AQLI)... Read more
Popular Posts
- कलर्स ऑफ होप सीजन-2 के 12 युवा कलाकार
- पहाड़ी उत्पादों का सबसे विश्वसनीय ब्रांड आजकल ‘दिल्ली हाट’ में
- झंगोरा, मडुआ और माल्टा समेत उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जीआई टैग
- अल्मोड़ा में पारंपरिक जल स्रोतों के मध्य नगर का एकमात्र कुआँ
- कैसे करें लक्ष्य निर्धारित और कैसे उन्हें पाएं
- 80 करोड़ रुपये खर्च कर पहाड़ के हिस्से कुछ न आया : इन्वेस्टर्स समिट 2018
- रानीखेत और अल्मोड़ा की बरसों पुरानी तस्वीरें
- नानकमत्ता किताब कौतिक की रपट
- हिमालय टूट सकता है लेकिन झुक नहीं सकता
- कौसानी में माल्टा की बहार : फोटो निबंध
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जमीं चल रही, आसमां चल रहा
- कालीमठ यात्रा वृतांत
- इस तरह से बनाए जाते हैं परंपरागत ऐपण
- हिमालय प्रेमी घुमक्कड़ों और शोधार्थियों के लिए एक जरूरी यात्रा-किताब
- चंद्रमा संग हिमालय : फोटो निबंध
- ईजू की नराई लागी, भाई की काँकुरी
- अद्भुत है बागेश्वर का यह गुफा मंदिर
- उत्तराखंड की सबसे दानवीर महिला की कहानी
- फील्ड मार्शल मानेकशॉ से सीखो सच्ची लीडरशिप
- सिलक्यारा सुरंग हादसे में हमने विज्ञान की क्षमता और सीमा को देखा और समझा
- कुणाल तुम आजाद ही हुए : श्रद्धांजलि
- इगास से जुड़ी एक कथा
- आज बूढ़ दीवाली है
- भैलो रे भैलो काखड़ी को रैलू, उज्यालू आलो अंधेरो भगलू
- डूबता शाम का सूरज पिथौरागढ़ से : फोटो निबंध