उत्तराखंड के जनप्रिय नेता प्रकाश पन्त का पार्थिव शरीर कल उनके गृह नगर पिथौरागढ़ लाया गया. शाम चार बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ रामेश्वर घाट में प्रकाश पन्त का अंतिम संस्कार किया गया. मुख्यमं... Read more
प्रकाश पन्त के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन पिथौरागढ़ में इन जगहों पर कर सकते हैं
आज दिनांक 8 मई को दिवंगत प्रकाश पन्त का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर पिथौरागढ़ लाया जा रहा है. सुबह साढ़े नौ बजे तक प्रकाश पन्त का पार्थिव शरीर नैनी-सैनी हवाई पट्टी पहुंचने की उम्मीद है. प्रकाश पन... Read more
उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का लम्बी बीमारी के बाद आज शाम अमेरिका में निधन हो गया. दिल्ली के बाद फिलहाल उनका अमेरिका में इलाज चल रहा था. वे उत्तराखंड की राजनीति में कद्दावार नेता मा... Read more
बीस दिन भी न चल सकी पिथौरागढ़ हवाई सेवा
ढोल और दमुआ की जिस धमक के साथ 17 जनवरी के दिन प्रकाश पन्त ने नैनीसैनी हवाई अड्डे में कदम रखा लगा कि दो दशकों का सपना पूरा हुआ. उड़ान शुरु होने के पहले 23 दिनों में हवाई जहाज छः बार खराब हो गय... Read more
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने आज राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह राज्य निर्माण में योगदान देने वाले आंदोलनकारियों के लिए एक स्पष्ट नीति जारी करे. उन्होंने कहा कि आंदोलनक... Read more
Popular Posts
- Mahadev Shiva : as an Ecologist of the Central Himalayas
- कल गंगा दशहरा है
- कुमाऊनी शैली में दोहे
- पहाड़ ठंडो पानी, सुण कति मीठी वाणी
- 30 मई 1930 : उत्तराखण्ड के इतिहास का रक्तरंजित अध्याय
- मुल्क कुमाऊँ को ढुंगो ढुंगो होलो
- सबकी नजरें उत्तराखंड के आकाश मधवाल पर
- भारत के अलावा और कहाँ मिलता है ‘काफल’
- नैनीताल की पहली यात्रा में एक स्थानीय के सिर पर पत्थर रख गये अंग्रेज
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : लम्बी सी डगर न खले
- उत्तराखंड में वनाग्नि की समस्या पर एक जमीनी रपट
- बकरी और भेड़िये
- 1 मई और रुद्रप्रयाग का बाघ
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जिंदगी धूप तुम घना साया
- खोज्यालि-खोज्यालि, मेरी तीलु बाखरी
- गुप्तकाल में कुमाऊं
- चाय की खेती की असीम संभावनायें हैं उत्तराखंड में
- पलायन : किसी के लिए वरदान, किसी के लिए श्राप
- कुमाऊनी लोक कथा : खाचड़ी
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : धूप सुनहरी-कहीं घनेरे साये
- इस तरह द्वाराहाट में द्वारिका नगरी न बन सकी
- क्या 1940 में शुरू हुआ थल मेला
- सूखे आटे का स्वाद
- पहाड़ की ठण्ड में चाय की चुस्की
- कुमाऊनी जागर शैली में शिव सती विवाह की कहानी