Home Kukuri Bagh
कुकुरी बाघ कैसे बनता है आदमखोर बाघ
Posted By: Girish Lohanion:
दरसल अधिकतर लोगों को बाघ, शेर, चीता और तेंदुआ में भ्रम रहता है. पहाड़ों में यह भ्रम इस कदर व्याप्त है कि यहां तेंदुए को ही बाघ कहा जाता है. पहाड़ में बाघ से जुड़ी बहुत सी घटनायें बहुत आम हैं. य... Read more
Popular Posts
- ऐसा रहा पहला टनकपुर बर्ड फेस्टिवल
- नये बजट में पहाड़
- उत्तराखंड के जननायक शमशेर सिंह बिष्ट का जन्मदिन है आज
- सासु बनाए ब्वारी खाए
- संवरेगी कुमाऊं की सबसे बड़ी बाखली
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : तू भी मिला आशा के सुर में मन का ये एकतारा
- गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी का पहला स्थान
- ‘बेडू पाको’ की धुन के साथ शुरु हुआ बीटिंग रिट्रीट समारोह
- यूं ही कोई पहाड़ी अपना घर नहीं छोड़ता
- उत्तराखण्ड का वह गाँव जहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त एक दिन में दो बार होता है
- कहानी : पेन पाल
- पहाड़ी ऐसे मनाते हैं बंसत पंचमी
- गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगा छोलिया नृत्य
- दो गज जमीन
- क्या सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु देहरादून में हुई
- टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑल वैदर रोड पर बिताई दो रातें
- नेताजी को उत्तराखंडी जांबाजों पर था सबसे ज्यादा भरोसा
- एक महान सपने को साकार होते देखने की चित्र गाथा है ‘परेड ग्राउण्ड टू लैंसडाउन चौक‘
- बसंत हमारी आत्मा का गीत और मन के सुरों की वीणा है
- जोशीमठ के पहाड़
- जोशीमठ की पूरी कहानी
- न जाने पहाड़ के कितने परिवारों की हकीकत है शंभू राणा की कहानी ‘बेदखली’
- जब हिन्दी फिल्मों में पहाड़ी लोकगीतों की धुनों का इस्तेमाल होता था
- टनकपुर किताब कौथिग का दूसरा दिन
- राजा-पीलू की जोड़ी