4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 34 पिछली क़िस्त का लिंक: सच्चा और अच्छा जीवनसाथी मिलना एक लाटरी निकलने जैसा है मेरी बेटी!मैंने तुम्हें बताया नहीं, डॉक्टर ने मेरी डिलीवरी, यानी तुम... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – बत्तीसवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: बच्चे से बढ़कर और उससे पहले भला किसी मां के लिए क्या हो सकता है? मेरा नौवां महीना शुरू हो चुका है, डॉक्टर ने... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – इकत्तीसवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: बच्चियां अपनी जिंदगी की पहली यौन हिंसा का अनुभव अपने घरों में ही करती हैं (Column By Gayatree Arya-31) रंग,... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – तीसवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: हमें कई चीजों से बेवजह नफरत सिखा दी जाती है (Column by Gayatree Arya) तुम्हें पता है रंग! अपने देश में लड़कियां मां बनने क... Read more
हमें कई चीजों से बेवजह नफरत सिखा दी जाती है
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – उनतीसवीं क़िस्तपिछली क़िस्त का लिंक: छोटी-छोटी चीजों के स्वाद से बना जीने का ज़ायकाकल हमने तुम्हारे लिए, तुम्हारी जिंदगी की सबसे पहली खरीदारी की. मैंने तुम्हा... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – अट्ठाइसवीं क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: मेरे भीतर से जन्मा बच्चा तुम आठवें महीने में लग गए हो मेरे बच्चे. लेकिन नहीं, ये कहना ज्यादा सही होगा कि मेरे गर्भ... Read more
मेरे भीतर से जन्मा बच्चा
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – छब्बीसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: प्रकृति भी हम स्त्रियों के प्रति उतनी दयालु और सहयोगी नहींमेरे बच्चे, छः महीने पूरा करके तुम सातवें महीने में लग गए... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – पच्चीसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: किसी भी लड़की के लिए जे.एन.यू कैंपस में मिलने वाली आजादी बहुत महत्वपूर्ण है मैं लगभग एक महीने बाद अपने हॉस्टल लौटी... Read more
किसी भी लड़की के लिए जे.एन.यू कैंपस में मिलने वाली आजादी बहुत महत्वपूर्ण है
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – चौबीसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: इस दुनिया में आते ही तुम्हें सबसे पहले रोना होगा मेरे बछड़े! तुम आजकल खूब उछल-कूद मचा रहे हो मेरे पेट में. मैं जब भी पढ़ने... Read more
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – तेइसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: कामी और लम्पट पुरुषों की निगाहें अस्तित्व तक को भेद देती हैं तुम्हें नहीं पता होगा शायद लेकिन तुमने अभी से (जबकि अभी तुम स... Read more
Popular Posts
- हल्द्वानी के सिंधी चौराहे पर शिवसेना नेता ने दिनदहाड़े व्यापारी को छः गोली मारी
- भवाली के लोग भूले नहीं हैं डॉ. आन सिंह को
- गाँव की बर्फबारी में नंदादेवी बनाना
- सपने जैसा बिनसर सपने जैसी बर्फ
- गंगोलीहाट के झलतोला गाँव से एक मीठी, बर्फभरी चिठ्ठी
- रानीखेत का स्नोफॉल
- आजादी के 70 बरस बाद चम्पावत के पुल्ला गांव में पानी आ ही गया
- मजखाली, द्वारसों, शीतलाखेत से कल हुई बर्फबारी की कुछ तस्वीरें
- ब्रितानी राज में कुमाऊं के हिम्मती कारोबारी ठाकुर गोपाल सिंह के साहस की दास्तान
- गरुड़-सोमेश्वर वाले रहमान चचा और कुमाऊनी-गढ़वाली भाषा
- कल मेरा एनिमल डे है और बेटे का एनुअल डे
- गांव सिरसोली की पार्वती देवी से लेकर शिकागो यूनिवर्सिटी तक एकमत हैं मेहमाननवाजी को लेकर
- पर्वत पुत्र और हिल क्वीन
- अल्मोड़े के लल्दा और उनका मोहब्बतनामा
- मुक्तेश्वर-धानाचूली में अभी हो रही बर्फबारी की तस्वीरें
- चितई का गोलू देवता मंदिर
- कनार गांव के भगवती मंदिर में मेले की ताजा तस्वीरें
- महंगे प्याज को सस्ता बताने का षडयंत्र
- उत्तराखण्ड का पहला कृषि आपदा लोकगीत
- जब नैनीताल की बहुमूल्य विरासत जलकर खाक हो गयी
- हिमालय पुत्र प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया
- अनोखी शख्सियत थे कैलाश साह यानी कैलाश दाज्यू
- हल्द्वानी के ‘न्यू लक्ष्मी सिनेमा’ में पहली फिल्म दिखाई गई थी कश्मीर की कली
- पिथौरागढ़ में कनार गांव के भगवती मंदिर में कल भव्य मेला
- शारीरिक आकर्षण खो देना मां बनने की एक जरूरी और क्रूर शर्त है