Home लवराज टोलिया
गांव में एक चचा थे, सरिया और एल्युमिनियम के तार मोड़कर इतनी जबर्दस्त गाड़ियां बनाते थे कि क्या कहने, रविवार को अलसुबह हम सब बच्चे कचड़े के ढेर से रबड़ के फटे पुराने चप्पल जूते और रंग बिरंगे... Read more
मुनस्यारी के किस्से
Posted By: Girish Lohanion:
मुनस्यारी के किस्से –लवराज टोलिया मुनस्यारी बड़ा छोटा सा शहर है साहब, इतना छोटा कि आज भी बच्चे-बूढ़े लहराते हुए 15 मिनट में शहर की छोटी-मोटी रैकी या तफरी सी काट आते है, वो अलग बात है कि... Read more
मुनस्यारी से संगीत की ‘बूंद’
Posted By: Girish Lohanion:
इसी साल बरसात के मौसम की बात है मुनस्यारी को जाने वाली सड़कें पूरे दस दिनों तक बंद थी. आप और हमारे लिये जो जीवन कठिन होता है वह मुनस्यारी के लिये दैनिक जीवन है. हर एक साल बरसात में मुनस्यारी... Read more
Popular Posts
- गोविन्द वल्लभ पन्त की की कहानी ‘फटा पत्र’
- जिंदगी बनेगी बेहतर, चौकन्नी नजर तो पैदा कर
- उदय शंकर संगीत एवं नृत्य अकादमी के मंच पर ‘पहाड़ के रंग’ की अद्भुत तस्वीरें
- पहाड़ की होली और होल्यारों की रंग भरी यादें
- जब उत्तराखंड के जंगलों में भटके दयानन्द सरस्वती
- पहाड़ के गांवों में नाचने वाली ‘रफल्ला’ के जीवन की कहानी
- कठिन पद यात्रायें प्रकृति के करीब ले जाती हैं
- देहरादून में रहने वाले बारह साल के बच्चे की दूसरी किताब
- मेरी हरिद्वार यात्रा: भारतेंदु हरीशचंद्र का यात्रा-वृत्तांत
- तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ ले जाने वाला एक हेलीकॉप्टर जिसे सफेद चीटियां चट कर गयी
- दिल्ली से गांव लौटने की एक पुरानी याद
- हिमालय में जलविद्युत परियोजना के नाम पर नदियों-पहाड़ों का विनाश
- शिवलिंग का पूजन उत्तराखंड के इस धाम से शुरू हुआ था
- रहस्यमयी रूपकुंड से जुड़ी कहानियां
- ईश्वर के अस्तित्व पर महात्मा गांधी का अनमोल भाषण
- चटोराबाद में मोहिनी से भेंट
- थल में नदी किनारे छक्के लगाने वाली श्वेता वर्मा का बल्ला अब भारत के लिये बोलेगा
- किसानी के बूते पद्म श्री प्राप्त करने वाला एक पहाड़ी: प्रेम चंद शर्मा
- पहाड़ में राजस्व के साथ पुलिस भी संभाले पटवारी
- शेरदा अनपढ़ और नरेन्द्र सिंह नेगी की जनप्रतिनिधियों पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी
- बगुवावासा: रूपकुंड यात्रा का एक पड़ाव जहां से आगे पानी बहना भूल जाता है
- दो सौ वर्षों के इतिहास को समेटे एक पुस्तक ‘काऽरी तु कब्बि ना हाऽरि’
- यारसा गुम्बा : उत्तराखंड के बुग्यालों में मिलने वाली सोने से ज्यादा कीमती जड़ी
- भिटौली से जुड़े कुमाऊनी लोकगीत
- यह कविता तुम्हें हारने नहीं देगी