बेटियों को जबरन बेटा बनाते हम लोग
महिला अधिकारों के नाम पर रस्म अदायगी का एक दिन और आ कर चला जाएगा 8 मार्च (International Women’s Day) को. साल में 364 दिन पुरुषों के एकाधिकार के और एक दिन महिलाओं के लिये. इस पर भी कथित... Read more
वो स्त्रियोचित हो जाना नहीं था
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) पर हमारे नियमित सहयोगी अमित श्रीवास्तव की यह मर्मभेदी रचना पढ़िए. बराबरी -अमित श्रीवास्तव किसी दिन किसी समय कहीं एंटी एनक्रोचमें... Read more
महिला सुरक्षा, अपराध और महिला उत्थान में है परिवर्तित नजरिए की दरकार: भारतीय समाज की बनावट अनादि काल से सामंतवादी रही है. ऋग्वेद के काल में जब ऋचाओं में अपनी आवश्यकताओं के लिए मनुष्य ने देवत... Read more
ये हैं उत्तराखण्ड की सात महत्वपूर्ण स्त्रियाँ
पहाड़ में महिलाओं के जीवन का नाम ही संघर्ष है. विषम भौगोलिकता के बावजूद पहाड़ की महिलायें राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय मंचों पर अपना नाम करने में कामयाब रही हैं. विश्व महिला दिवस पर जानिये उत्तर... Read more
Popular Posts
- कलर्स ऑफ होप सीजन-2 के 12 युवा कलाकार
- पहाड़ी उत्पादों का सबसे विश्वसनीय ब्रांड आजकल ‘दिल्ली हाट’ में
- झंगोरा, मडुआ और माल्टा समेत उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जीआई टैग
- अल्मोड़ा में पारंपरिक जल स्रोतों के मध्य नगर का एकमात्र कुआँ
- कैसे करें लक्ष्य निर्धारित और कैसे उन्हें पाएं
- 80 करोड़ रुपये खर्च कर पहाड़ के हिस्से कुछ न आया : इन्वेस्टर्स समिट 2018
- रानीखेत और अल्मोड़ा की बरसों पुरानी तस्वीरें
- नानकमत्ता किताब कौतिक की रपट
- हिमालय टूट सकता है लेकिन झुक नहीं सकता
- कौसानी में माल्टा की बहार : फोटो निबंध
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जमीं चल रही, आसमां चल रहा
- कालीमठ यात्रा वृतांत
- इस तरह से बनाए जाते हैं परंपरागत ऐपण
- हिमालय प्रेमी घुमक्कड़ों और शोधार्थियों के लिए एक जरूरी यात्रा-किताब
- चंद्रमा संग हिमालय : फोटो निबंध
- ईजू की नराई लागी, भाई की काँकुरी
- अद्भुत है बागेश्वर का यह गुफा मंदिर
- उत्तराखंड की सबसे दानवीर महिला की कहानी
- फील्ड मार्शल मानेकशॉ से सीखो सच्ची लीडरशिप
- सिलक्यारा सुरंग हादसे में हमने विज्ञान की क्षमता और सीमा को देखा और समझा
- कुणाल तुम आजाद ही हुए : श्रद्धांजलि
- इगास से जुड़ी एक कथा
- आज बूढ़ दीवाली है
- भैलो रे भैलो काखड़ी को रैलू, उज्यालू आलो अंधेरो भगलू
- डूबता शाम का सूरज पिथौरागढ़ से : फोटो निबंध