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One Comment

  1. Mohan sargwan

    य़ह ढोल की परंपरा कभी खत्म नहीं होगी अगर
    इसमे बजाने वालों को लोग अपनी छोटी नजरो से नहीं
    देखे तो उनको उतना ही आदर और सम्मान मिलना चाहिए जितना
    वो आपके शुभ अवसरों पर आकर आप सभी को देते है
    किन्तु एसा हो नहीं सकता इसी लिय आज की पीढ़ी इसे स्वीकार नहीं करती (यहां हर किसी को ऊँचा रहना है तो (औजी -शिव)क्या है इनके लिय)जय बाबा की 🔱

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