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One Comment

  1. Nazim Ansari

    आलेख में बात अल्मोड़ा के ईसाई समाज ,धर्मान्तरण और हीराडुंगरी की चली ,जिक्र पादरी बडन का भी हुआ लेकिन अल्मोड़ा छावनी क्षेत्र में ईदगाह के सामने स्थित अल्मोड़े के सबसे पुराने और पहले चर्च का जो चित्र दिया गया है उसके विषय में न तो कुछ लिखा गया है और न ही यह बताया गया है कि क्या अल्मोड़े के ईसाई समाज से इस चर्च का कोई संबंघ रहा था ? यदि हाँ तो इस ऐतिहासिक महत्व के चर्च को सत्तर के दशक में क्यों ढहा दिया गया ?

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