चौफुलिया, गणानाथ का गोलू देवता मंदिर
गोलू या गोल्ल कुमाऊं का सबसे बड़ा लोकदेवता माना जाता है. उनके तमाम छोटे-बड़े मंदिर तमाम जगहों पर देखे जा सकते हैं. अभी हाल ही में हमने अल्मोड़ा के गणानाथ मंदिर के बारे में आपको बताया था. इस मंद... Read more
नैनीताल को कुदरत ने जिस खूबसूरती की नियामत से नवाजा है, उतने ही दिलचस्प एवं अजीबोगरीब यहां के बाशिन्दों को तरह-तरह के किरदार भी दिये. ये चरित्र और उनकी स्मृति केवल गुदगुदाते ही नहीं, कभी-कभी... Read more
काली कुमाऊं के जिमदार देवता अर्थात भूमिया की कथा
भूमि के देवता के रूप में जिमदार, भूमियाँ व क्षेत्रपाल, इन तीन नामों से पूजा जाता है. भूमिया जो भूमि का स्वामी, गाँव का रक्षक, पशुओं तथा खेती की देखभाल करने वाला ग्राम देवता है, इसी को कुछ लो... Read more
देहरादून में शुरू हुआ विरासत – 2019
आज यानी 11 अक्तूबर को शाम 7 बजे से कुमाऊँ के प्रसिद्ध लोक नृत्य छोलिया से विरासत के 23वें संस्करण का भव्य शुभारंभ हो गया है. पिछले 25 वर्षों से विरासत देहरादून वासियो को सम्पूर्ण भारत की सं... Read more
1897 से होती है पिथौरागढ़ में रामलीला
पिथौरागढ़ में रामलीला सन 1897 से लगातार हो रही है. भीमताल के देवीदत्त मकड़िया को यहां रामलीला शुरू कराने का श्रेय जाता है. वे सोर के परगनाधिकारी मंडलाधीश कहलाते थे. शुरुआत में एक कामचलाऊ रामली... Read more
हर घर की डिब्बा कथा
दशहरे के बाद घर में कई-कई दिन चलने वाली सालाना सफाई बताती है कि मनुष्य मूलतः डिब्बाप्रेमी प्रजाति है. गोपन-अगोपन अलमारियों, दराजों, दुछत्तियों और खाने-तहखानों से डिब्बों का निकलना शुरू होता... Read more
नीति आयोग ने स्वास्थ्य से जुड़ी रिपोर्ट – हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथिंग कंडिशनली रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में उत्तराखंड सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शामिल है. नीति आयोग द्व... Read more
वर्ष 2021 में प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड करेगा. भारतीय ओलम्पिक संघ द्वारा उत्तराखंड को 2020 में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी सौंपी थी लेकिन फंड न होने के कारण सरकार ने हाथ... Read more
हमारी नियमित लेखिका गीता गैरोला ने आपको अनेक मनभावन कहानियां सुनाई हैं. हाल ही में हमने उनकी मशहूर किताब ‘मल्यो की डार’ के एक अध्याय को हरिद्वार में रहने वाली स्मिता कर्नाटक की आवाज़ में सुन... Read more
कुमाऊँ के मनान गाँव के शैलेश उप्रेती हैं इस साल के नोबेल विजेता प्रोफ़ेसर के चहेते शिष्य
अल्मोड़ा से ताल्लुक रखने वाले अशोक उप्रेती ने अपनी फेसबुक वॉल पर कुछ देर पहले एक ऐसा समाचार शेयर किया है जिस से हर कुमाऊनी का मस्तक ऊंचा हुआ है. उनके बड़े भाई डॉ. शैलेश उप्रेती इस वर्ष रसायन व... Read more