देवीधूरा का बग्वाल मेला: एक फोटो निबंध
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बग्वाल 2018 से एक रपट
उत्तराखंड के प्राचीनतम मेलों में से एक बग्वाल का आज चम्पावत के देवीधुरा में जोशीले अंदाज़ में प्रदर्शन हुआ. तकरीबन १० मिनट चली बग्वाल को दूर दूर से लोग देखने आते हैं और यकीन मानिए बग्वाल को... Read more
बग्वाल 2018 से ताज़ा तस्वीरें
इस वर्ष का बग्वाल अभी अभी संपन्न हुआ. मौके पर मौजूद हमारे सहयोगी जयमित्र सिंह बिष्ट ने बताया कि बग्वाल अपरान्ह करीब दो बजकर चालीस मिनट पर शुरू होकर दो बज कर पचास मिनट पर समाप्त हुआ. देखिये त... Read more
देवीधूरा में कल है बग्वाल मेला
जनपद चंपावत के देवीधुरा कस्बे में अवस्थित मां बाराही देवी के मंदिर में प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के दिन बग्वाल मेला आयोजित किया जाता है. मान्यता है कि देवीधुरा क्षेत्र की चार प्रमुख खाम सहित कुल स... Read more
जब शिव-पार्वती बनते हैं गांव के दीदी-जीजाजी
पंथ्यूड़ी में गमरा पूजा उत्तराखंड में भगवान व प्रकृति को विभिन्न रूपों में पूजा जाता है. समय-समय पर उनसे संबंधित अनेक पर्व व त्यौहार मनाए जाते हैं. देवभूमि में एक ऐसा अनोखा पर्व मनाया जाता है... Read more
कल है उत्तराखंडी लोकपर्व घ्यूं त्यार
उत्तराखण्ड के दोनों अंचलों कुमाऊं और गढ़वाल में भादो महीने की संक्रान्ति को घ्यूं त्यार मनाया जाता है. कुमाऊं के कुछ इलाकों और गढ़वाल में इसे घी संक्रान्त कहते हैं. इस दिन विभिन्न प्रकार के... Read more
गढ़वाली लोक संस्कृति का अलमबरदार बेडा समुदाय
भारतीय शास्त्रों में भगवान शिव और गन्धर्वों को सृष्टि के आदि संगीत का जनक माना गया है. उत्तराखंड के गढ़वाल अंचल में रहने वाले बादी अथवा बेडा समुदाय की पहचान मूलतः गायन व नृत्य करने वाली एक ज... Read more
पहाड़ की कोयल कबूतरी देवी का जाना
बुलन्द आवाज़ और खनकदार गले की मलिका स्वर कोकिला लोक गायिका कबूतरी देवी 7 जुलाई की सुबह दुनिया से विदा हो गईं और फ़िज़ाओं में छोडकर गईं अनगिनत गीत और ढेर सारा सुमधुर संगीत. उनकी लाजवाब गायिकी के... Read more