यारसा गुम्बा : उत्तराखंड के बुग्यालों में मिलने वाली सोने से ज्यादा कीमती जड़ी
यारसा गुम्बा, यारसा गम्बू या कीड़ा जड़ी के नाम से जानी जाने वाली हिमालयी जड़ी-बूटी की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 25-30 लाख रुपए किलो तक है. इसके बावजूद साल भर में यारसा गुम्बा का कारोबार... Read more
7 फरवरी में चमोली में आए सैलाब ने हिमायली राज्यों में हो रहे प्रकृति के दोहन पर एक नयी बहस छेड़ दी है यहाँ तक की लाहौल-स्पीति घाटी के लोगों ने बाँधों का पुरजोर विरोध करने फैसला तक किया है. र... Read more
नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक में एक गाँव पड़ता है नाम है नाई. नाई गांव में अभी कुछ साल पहले ही सड़क पहुंची है. नैनीताल जिले के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में आने वाली इस पट्टी के गांवों का आलू... Read more
आमतौर पर मैं ही क्या, शायद आप में से भी कई लोग ये मानते ही होंगे कि चाहे सरकार कोई भी पार्टी चला रही हो हमारा भारतीय सरकारी सिस्टम काफी सुस्त और काम करने के मामले में काफी जर्जर हो चूका है.... Read more
1999 में फ्रेंच फिल्मकार एरिक वाली ने एक फिल्म बनायी, ‘हिमालया’. नेपाल के ट्रांस हिमालय के नमक संग्रह करने वालों की अद्भुत कहानी. एक ऐसे समुदाय की कहानी जो हिमालयी मरुस्थल में रहते हैं और कठ... Read more
विजय दशमी पर गांव जाना हुआ ट्राली (Rope way) से टिहरी झील पार की और फिर पैदल गांव को चल पड़ा सोचा मात्र डेढ़-दो मील की दूरी के लिये गाड़ी का इन्तजार क्यों करूं आधा मील ही पहुँचा पातनी; पातीण... Read more
आग लगभग सभी धर्मों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. कोई भी समाज आग के बिना अपने अस्तित्व की कल्पना भी नहीं कर सकता है. आग को हिन्दू धर्म में भी भगवान (अग्नि) का रूप माना जाता है और अधि... Read more
करोड़ों वर्षों पूर्व से जब मानव ने जब आग जलाना और उस पर काबू करना नही सीखा था, तब से ही वनों में आग प्राकृतिक रूप से लगती रही है. प्राकृतिक कारणों में शुष्क परिस्थितियों में घर्षण के कारण चि... Read more
बानर पलायन एक चिंतन …
रामनगर, भाभर के जंगलों में जड़ी बूटी खोजते हुए मेरी माकोट की आमा मालू की उझली हुई बेलों से कभी-कभी उसके फल भी तोड़ती थी. कहती थी मालू की झाल में बंदर और भालू रहते हैं क्योंकि इसके अंदर धूप,... Read more
मनुष्य और वन्यजीव के बीच सदियों से संघर्ष रहा है. इस संघर्ष को वर्तमान परिपेक्ष्य में कैसे देखें? कोई जानवर किसी इंसान की जान का दुश्मन कब बनता है? या यूं कहें कि परस्परतापूर्ण संचालित जीवन... Read more