काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree धारचूला की चौदांस घाटी रहने वाले रं संस्कृति के लोग हर बारहवें बरस कंग्डाली का त्यौहार मनाते हैं.(Kangdali 2023 Photos... Read more
मेरे बुबू के क़िस्से
अपने पैरों को बड़ों के जूतों में डालते हुए मैं रेजर पर हाथ आजमाने के बारे में सोचता. मै समझने लगा था कि चाचा चौधरी और विक्रम-बेताल की कॉमिक्स बस दिल बच्चों का दिल बहलाने के लिए हैं. यह भी कि... Read more
फूलदेई: बाजार की मार से हांफता त्यौहार
बात ज्यादा पुरानी भी नहीं है. उत्तराखण्ड के पहाड़ की तलहटी पर कुछ बसावटें कस्बे के सांचे में ढल रही थी. ये कस्बे तिजारत के अड्डों से ज्यादा कुछ नहीं थे. इनमें ज्यादातर पहाड़ी लोग ही आ बसे थे... Read more
उत्तराखण्ड के बीहड़ गाँव से दुनिया की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी तक ज्योति का सफ़र
उत्तराखण्ड के सीमांत जिले चमोली का एक छोटा सा कस्बा है देवाल. देवाल आसपास के गाँवों का ब्लॉक मुख्यालय तो है ही, यह सबसे लम्बी दूरी की हिमालयी यात्रा ‘नंदा राजजात’ का अहम् पड़ाव भी है. यही दे... Read more
आज कबूतरी देवी जिंदा होती तो? बीमारी की वजह से अस्पताल के चक्कर काट रही होतीं, उनके परिजन मिन्नतें कर रहे होते. संस्कृति विभाग से मिलने वाली मामूली पेंशन का 6 महीने तक इन्तजार कर रही होतीं.... Read more
उत्तराखण्ड से जुड़ा एक मामला आजकल विभिन्न लॉ पोर्टलों के माध्यम से राज्य के सोशल मीडिया तक पहुंच चर्चा में बना हुआ है. उत्तर प्रदेश निवासी निशांत रोहल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की... Read more
(नैनीताल से तल्ल्लुक रखने वाली त्रिमाला अधिकारी ने थिएटर से अभिनय की यात्रा शुरू की. ‘हंसा’ बड़े पर्दे पर उनकी पहली फ़िल्म थी. ‘हरामखोर,’ ‘भस्मासुर,’ ‘गार्बेज,’ जैसी फ़िल्मों में काम कर चुकी... Read more
(हल्द्वानी में नुक्कड़ नाटक करते हुए जसपाल शर्मा ने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत की, फिर थिएटर करते हुए ‘तलवार’ से हिंदी सिनेमा की पारी. हिंदी मीडियम, टॉयलेट : एक प्रेम कथा, कुलदीप प... Read more
भाव राग ताल नाट्य अकादमी द्वारा पिथौरागढ़ के लंदन फोर्ट में संस्कृत नाटक ‘स्वपनवासवदत्ता’ के हिंदी रूपांतरण का मंचन किया गया. महाकवि भास द्वारा रचित स्वपनवासवदत्ता नाटक का हिन्दी... Read more
ऊदा देवी पासी : 1857 के ग़दर की नायिका
‘बाबुल मोरा नैहर छूटो जाए’ जैसी कालजयी ठुमरी रचने वाले अवध के नवाब वाजिद अली शाह ने लखनऊ में गोमती किनारे ग्रीष्मकालीन आवास के तौर पर सिकन्दर बाग़ का निर्माण करवाया. बाग़ का नाम उनकी प्रिय बेग़... Read more